एसडीएफ न्यूज ब्यूरो, खगड़िया | 6 जून 2025
बिहार में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को खगड़िया में जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज्य में अब कोई ऐसा जिला, गांव या मोहल्ला नहीं बचा जहां हत्या, लूट, बलात्कार और अपहरण की घटनाएं नहीं हो रही हों। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को “अचेतावस्था” में बताया और कहा कि बिहार आज रिटायर्ड नेताओं और अधिकारियों के भरोसे चल रहा है, जो राज्य को संभालने में पूरी तरह विफल हो चुके हैं।
तेजस्वी यादव के आगमन पर राजद खगड़िया जिला कार्यालय में भारी भीड़ उमड़ी। इस आयोजन को सफल बनाने और अपने नेतृत्व की ताकत दिखाने में राजद के जिलाध्यक्ष और पूर्व एमएलसी प्रत्याशी मनोहर कुमार यादव की भूमिका अहम रही। तेजस्वी के स्वागत के लिए सैकड़ों कार्यकर्ताओं की भीड़ जिला कार्यालय पर जमा रही, जहां मनोहर यादव के नेतृत्व में जोरदार नारेबाज़ी, स्वागत और संगठनात्मक प्रदर्शन हुआ।
तेजस्वी यादव ने मंच से कहा:
“बिहार की हालत बद से बदतर हो गई है। मुजफ्फरपुर जैसा जिला, जहां पहले बालिका गृह कांड हुआ था, आज भी वहां अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा। पीड़ितों को अस्पताल में बेड नहीं मिल रहा, और सरकार की संवेदना खत्म हो चुकी है। रक्षक अब भक्षक बन चुके हैं।”
इस मौके पर तेजस्वी यादव ने न केवल प्रदेश स्तर की चिंता जाहिर की, बल्कि खगड़िया जिले में राजद संगठन की मजबूती की भी सराहना की। उन्होंने मनोहर यादव को कर्मठ और जमीनी नेता बताते हुए कहा कि आने वाले चुनावों में ऐसे नेताओं की भूमिका निर्णायक होगी। उन्होंने राजद कार्यकर्ताओं से कहा कि वे आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों में अभी से लग जाएं और 17 महीने की महागठबंधन सरकार में किए गए कार्यों को गांव-गांव तक पहुंचाएं।
मनोहर यादव ने कहा:
“राजद कार्यकर्ताओं की ताकत ही हमारी असली पूंजी है। आज जिस संख्या और जोश के साथ आपने तेजस्वी जी का स्वागत किया है, वो बताता है कि खगड़िया राजद का गढ़ है और रहेगा। हम संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत कर रहे हैं।”
कार्यक्रम में तेजस्वी यादव और मनोहर यादव के साथ मंच साझा करने वालों में वरिष्ठ राजद नेता अब्बू मोहम्मद उर्फ गुद्दर सेठ, जिला उपाध्यक्ष कैलाशचंद्र यादव, युवा जिलाध्यक्ष उदय यादव, प्रवक्ता अजीत सरकार, प्रो. डॉ. संजय कुमार मांझी, रणवीर कुमार, राजा चौधरी, रंजीत साह, सकलदीप यादव, रोहित साह, मोहम्मद नसीम उर्फ लंबू सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।